शहर में नलों से सप्लाय हो रहे पीने के पानी में हल्का पीलापन

पीएचई द्वारा सप्लाय के समय अलग-अलग क्षेत्रों में कर्मचारियों को भेजकर कराई जा रही जांच

पीएचई द्वारा शहर में प्रतिदिन अलग-अलग टंकियों से पेयजल सप्लाय किया जाता है। वर्तमान में सप्लाय होने वाले पेयजल के रंग में हल्का पीलापन आ रहा है। लोगों ने इसकी शिकायत नगर निगम और पीएचई अधिकारियों से की। इसी के मद्देनजर अब पीएचई कर्मचारियों द्वारा सुबह पेयजल सप्लाय के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंचकर पानी के सैंपल लेकर जांच की जा रही है।

मौसम में परिवर्तन के साथ ही शहर में सप्लाय होने वाले पेयजल का रंग भी बदल गया। कोरोना संक्रमण से भयभीत लोग घरों में आने वाले पानी का बदला रंग देखकर असमंजस में थे।

उन्होंने इसकी शिकायत नगर निगम व पीएचई अधिकारियों से की। अधिकारियों का कहना है कि मौसम में तेज गर्मी होने के कारण पानी के रंग में हल्का बदलाव आता है। पूरी टेस्टिंग के बाद ही पेयजल शहर में सप्लाय हो रहा है। इसको पीने से किसी भी प्रकार की बीमारी का खतरा नहीं रहता। बावजूद इसके लोगों की शिकायत के कारण शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में पीएचई अधिकारियों की टीम को पहुंचाकर पेयजल सप्लाय के समय नलों से सैंपल लेकर मौके पर ही जांच की जा रही है हालांकि अब तक लिये गये सभी सेम्पल में पानी की गुणवत्ता पीने योग्य ही निकली है।

 

इस प्रकार होती है मौके पर जांच:

पीएचई अधिकारियों द्वारा नलों से आने वाले पानी को एक बाटल में भरा जाता है। यहीं पर परख नली में उस पानी को भरकर आर्थोल्यूबिन की 4 बूंद डालकर चैक किया जाता है। यदि पानी में 0.9 ईपीएम तक हल्का पीला पन रहता है तो यह पानी पीने योग्य माना जाता है।

 

इनका कहना- 

शहर में सप्लाय होने वाले पानी को लैब में टेस्ट किया जाता है उसी के बाद सप्लाय होती है। मौसम में परिवर्तन के कारण पानी के रंग में हल्का पीलापन देखने में आ रहा है। लोगों की शिकायत मिलने के कारण एक बार और जल प्रदाय के समय जांच भी कराई जा रही है।  –धर्मेन्द्र वर्मा, ईई पीएचई

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